
जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस भीषण हमले में कई लोगों की जान चली गई और कम से कम 20 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पहलगाम जैसे शांत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर हुए इस कायराना हमले ने एक बार फिर आतंकवाद के क्रूर चेहरे को उजागर कर दिया है।
हमला मंगलवार दोपहर उस समय हुआ जब पर्यटकों से भरी एक बस पहलगाम के समीप से गुजर रही थी। अचानक गोलियों की बौछार और धमाकों से इलाका गूंज उठा। हमले की भयावहता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन, सुरक्षा बल और आपातकालीन सेवाएं तुरंत सक्रिय हो गईं और घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
पीएम मोदी की तीखी प्रतिक्रिया: “आतंकवाद से लड़ने का संकल्प और मजबूत होगा”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए शोक व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट किया:
“मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की बात कही और स्पष्ट किया कि “उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा।” उन्होंने लिखा, “आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का बयान: “यह एक नृशंस और अमानवीय कृत्य है”
हमले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इसपर गहरा दुख व्यक्त किया। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक आधिकारिक पोस्ट में कहा गया:
“जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुआ आतंकवादी हमला चौंकाने वाला और दर्दनाक है। यह एक नृशंस और अमानवीय कृत्य है जिसकी स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए। निर्दोष नागरिकों, इस मामले में पर्यटकों पर हमला करना बेहद भयावह और अक्षम्य है।”
उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
गृह मंत्रालय सक्रिय, अमित शाह पहुंचे श्रीनगर
प्रधानमंत्री मोदी ने हमले के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संपर्क किया और घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली। पीएम मोदी ने गृह मंत्री को निर्देश दिया कि वे तत्काल जम्मू-कश्मीर का दौरा करें और स्थिति की समीक्षा करें।
इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, खुफिया एजेंसियों के प्रमुख, और जम्मू-कश्मीर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। बैठक के बाद अमित शाह सीधे श्रीनगर के लिए रवाना हो गए।
गृह मंत्रालय की ओर से स्पष्ट किया गया है कि आतंकवाद के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति पर कार्यवाही की जाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
नेताओं ने जताया शोक, राष्ट्रीय एकजुटता का संदेश
देश भर के कई नेताओं ने इस हमले पर प्रतिक्रिया दी और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले को “कायरता की पराकाष्ठा” बताया और कहा कि सेना और सुरक्षा एजेंसियां कठोर कार्रवाई करेंगी।
- लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि निर्दोष पर्यटकों पर हमला मानवता के विरुद्ध है और सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।
- जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती ने भी घटना की निंदा करते हुए पीड़ितों के लिए समर्थन जताया।