
पंजाब के समराला में कुछ दिन पहले हुई तीन मजदूरों पर फायरिंग और बाइक लूट की सनसनीखेज वारदात के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मोरिंडा के पास से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से एक आरोपी को पूछताछ के बाद पिस्तौल बरामद करवाने के लिए घटनास्थल पर ले जाया गया, जहां उसने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगी, जबकि एक एसएचओ को भी चोटें आई हैं।
यह घटना सोमवार तड़के तीन बजे की है, जब पुलिस पार्टी सतनाम सिंह नामक आरोपी को लेकर बोंदली गांव के पास एक ईंट भट्ठे के पास पहुंची थी। वहां से लूट के दौरान इस्तेमाल की गई पिस्तौल की बरामदगी होनी थी, लेकिन हथियार की बरामदगी के दौरान आरोपी ने हथियार छीनने की कोशिश की और पुलिस पर गोली चला दी।
पृष्ठभूमि: मजदूरों पर फायरिंग और बाइक लूट की वारदात
घटना की शुरुआत कुछ दिन पहले समराला के नजदीकी गांव हेडों में हुई, जहां तीन बाइक सवार मजदूरों पर हथियारबंद लुटेरों ने हमला कर दिया था। लुटेरों ने न केवल मजदूरों को लूटा, बल्कि उन पर सीधी फायरिंग भी की, जिसमें एक मजदूर की कमर में दो गोलियां लगी थीं। लुटेरे घटना के बाद बाइक छीनकर फरार हो गए थे।
घटना के बाद से ही पुलिस ने सघन जांच और तलाशी अभियान शुरू कर दिया था और विभिन्न इलाकों में छापेमारी की जा रही थी। लुटेरों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और तकनीकी विश्लेषण का सहारा लिया गया।
दोनों लुटेरे काबू: एक अमृतसर, दूसरा सोहाना का रहने वाला
समराला के एसपी (डी) पवनजीत चौधरी ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने दो आरोपियों को काबू किया है, जिनमें एक का नाम सतनाम सिंह है, जो अमृतसर का रहने वाला है, जबकि दूसरा आरोपी गुरु करण सिंह है, जो मोहाली के सोहाना क्षेत्र से संबंधित है। दोनों की उम्र लगभग 20 वर्ष बताई गई है।
एसपी के अनुसार, पूछताछ के दौरान सतनाम सिंह ने पिस्तौल छिपाने की जगह का खुलासा किया, जिसके बाद पुलिस उसे बोंदली गांव के पास एक ईंट भट्ठे पर लेकर गई थी।
बरामदगी के दौरान हमला: पुलिस पर चलाई गोली
पुलिस टीम के मुताबिक, सतनाम सिंह ने जब जमीन से पिस्तौल बाहर निकाली, तभी उसने अचानक पिस्तौल छीनने की कोशिश की और पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। इस अप्रत्याशित हमले से पुलिस कुछ क्षण के लिए चौंक गई, लेकिन तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे काबू करने की कोशिश की गई। इसी दौरान पुलिस द्वारा चलाई गई एक गोली सतनाम सिंह के पैर में लगी और वह वहीं गिर पड़ा।
इस झड़प में एसएचओ पवित्र सिंह को भी चोटें आईं। उन्हें नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया है।
एसपी चौधरी ने स्पष्ट किया कि यह कोई एनकाउंटर नहीं था, बल्कि एक बरामदगी के दौरान आरोपी द्वारा की गई हमला था, जिसमें पुलिस को जवाब देना पड़ा। उन्होंने कहा, “हमारी टीम केवल पिस्तौल बरामद करने गई थी, लेकिन आरोपी ने पुलिस को गुमराह करते हुए उन पर ही हमला कर दिया। सौभाग्य से हमारे जवान सतर्क थे और उन्होंने स्थिति को संभाल लिया।”
कड़ी सुरक्षा में आरोपी अस्पताल में भर्ती
घायल सतनाम सिंह को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां वह पुलिस निगरानी में इलाज ले रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, गोली सतनाम के पैर में लगी है और वह स्थिर हालत में है। अस्पताल परिसर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटा जा सके।
वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल बरामद
पुलिस को मौके से .32 बोर की एक पिस्तौल बरामद हुई है, जिसे सतनाम सिंह ने खुद ही वहां छिपाकर रखा था। यही पिस्तौल समराला लूटकांड में मजदूरों पर फायरिंग के दौरान इस्तेमाल की गई थी। पुलिस अब इस पिस्तौल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजेगी ताकि घटनास्थल से मिली गोली के साथ उसका मैचिंग परीक्षण किया जा सके।
लंबी आपराधिक पृष्ठभूमि की आशंका
पुलिस जांच में यह भी सामने आ रहा है कि दोनों आरोपी पहले भी कई आपराधिक मामलों में संलिप्त रहे हैं। एसपी चौधरी ने बताया कि इनके मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों की जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि यह गैंग संगठित लूट और चोरी की वारदातों से जुड़ा हो सकता है।
दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश, लूट, और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस का दावा: और भी गिरफ्तारियां जल्द
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही इस गैंग के अन्य सदस्यों की भी पहचान और गिरफ्तारी की जाएगी।
एसपी चौधरी ने कहा, “हम किसी भी अपराधी को बख्शने वाले नहीं हैं। पंजाब पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि आम नागरिक सुरक्षित महसूस करें।”