किसी अपने को खोने का दर्द क्या होता है, यह वही महसूस कर सकता है जिसने किसी करीबी को खो दिया हो। और जब यह अपने जीवनसाथी की बात हो, तो वह दर्द और भी गहरा हो जाता है। इसी तरह का दर्द सोशल मीडिया सेंसेशन विवेक पंगेनी की पत्नी श्रीजना सुबेदी (Srijana Subedi) को सहन करना पड़ रहा है। महज 36 साल की उम्र में, विवेक पंगेनी कैंसर के कारण इस दुनिया को छोड़कर चले गए। लेकिन इस यात्रा में श्रीजना ने हर कदम पर अपने पति का साथ दिया, उनकी देखभाल की, और उनके साथ हर एक पल को जीने की कोशिश की।
विवेक पंगेनी की जीवन यात्रा और उनकी पत्नी श्रीजना की समर्पण की कहानी एक अमर प्रेम कहानी बन चुकी है। इनकी प्रेम कहानी और संघर्ष से जुड़े कुछ दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जो न केवल भावुक कर रहे हैं बल्कि लोगों के दिलों में एक नई उम्मीद और प्यार के प्रति विश्वास भी जगाते हैं।
विवेक पंगेनी: एक युवा प्रतिभा जो कैंसर से जूझ रहा था
विवेक पंगेनी 36 साल के थे और एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय, यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया (UGA) में फिजिक्स और एस्ट्रोनॉमी के पीएचडी छात्र थे। वह यूजीए नेपालीज स्टूडेंट्स एसोसिएशन में भी काफी सक्रिय थे और नेपाल के छात्रों के लिए बहुत योगदान दे रहे थे। वह यूएस में नेपाली समुदाय के लिए एक प्रेरणा थे, और उनके साथ काम करने वाले लोग उनकी समर्पण, परिश्रम और सकारात्मक दृष्टिकोण को बहुत सराहते थे।
लेकिन 2023 में, विवेक को स्टेज 3 ब्रेन कैंसर का पता चला। यह उनका जीवन का सबसे कठिन समय था, क्योंकि कैंसर के साथ लड़ाई कोई आसान नहीं होती। फिर भी, विवेक ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी पत्नी श्रीजना के साथ इस कठिन सफर की शुरुआत की।
श्रीजना सुबेदी: एक पत्नी का समर्पण और संघर्ष
जब विवेक को कैंसर का पता चला, तो उनकी पत्नी श्रीजना सुबेदी ने सब कुछ छोड़कर अपने पति की देखभाल करने का निर्णय लिया। श्रीजना एक प्रेरणास्त्रोत हैं, जिन्होंने अपने पति के इलाज के दौरान हर कठिनाई का सामना किया। कैंसर के इलाज की प्रक्रिया में दिन-रात एक कर देने वाली इस पत्नी ने न केवल अपनी भावनाओं को संभाला, बल्कि विवेक को भी मानसिक और शारीरिक रूप से सपोर्ट किया।
श्रीजना ने सोशल मीडिया पर लगातार पॉजिटिव वीडियो और तस्वीरें साझा की, जिससे ना केवल वह अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रही थीं, बल्कि पूरे दुनिया को यह दिखा रही थीं कि सच्चा प्यार कभी नहीं हारता। दोनों की यह कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जहां लोग इस जोड़ी की बहादुरी और प्यार को सलाम कर रहे थे।
दो जिस्म, एक जान: विवेक और श्रीजना की अमर प्रेम कहानी
विवेक और श्रीजना का प्यार एक उदाहरण बन चुका था। जैसे दो जिस्म एक जान हो, वैसे ही इनका प्यार था। कैंसर की चपेट में आने के बावजूद, श्रीजना ने न केवल अपने पति की सेवा की, बल्कि हर पल उन्हें खुश रखने की कोशिश की। उनके द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरें और वीडियो, जिसमें वे एक साथ हंसी-मजाक करते नजर आते थे, हर किसी के दिल को छू गए।
उनकी प्रेम कहानी में एक ऐसा खूबसूरत पल भी था, जब विवेक के कैंसर से पहले और बाद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं। इन तस्वीरों में विवेक का स्वस्थ और खुशहाल चेहरा दिखता था, और एक और तस्वीर में उनके कैंसर से जूझने के बाद का रूप। यह तस्वीरें हर किसी को एहसास दिलाती हैं कि जीवन कितना अनमोल है और कभी भी किसी भी स्थिति में हम अपने प्रियजनों का साथ नहीं छोड़ सकते।
विवेक का कैंसर के खिलाफ संघर्ष और श्रीजना का समर्पण
कैंसर के इलाज के दौरान श्रीजना ने किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती। उन्होंने विवेक के साथ हर एक पल को यादगार बनाने की कोशिश की। इन दोनों ने मिलकर कैंसर के इलाज के दौरान इस कठिन यात्रा को एक साथ बिताया। श्रीजना ने कभी भी हिम्मत नहीं हारी, बल्कि उसने हर एक दिन को एक नई उम्मीद के साथ जीने की कोशिश की।
श्रीजना की एक तस्वीर जिसमें वह विवेक के साथ हाथ में हाथ डाले खड़ी हैं, यह साबित करती है कि प्रेम और साहस के आगे कोई भी कठिनाई ज्यादा समय तक नहीं टिक सकती। इस तस्वीर ने न केवल उनके रिश्ते की ताकत को दिखाया, बल्कि यह भी बताया कि सच्चा प्यार किसी भी संकट का सामना कर सकता है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है श्रीजना और विवेक की लव स्टोरी
विवेक और श्रीजना की लव स्टोरी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। उनके द्वारा शेयर किए गए वीडियो और तस्वीरों ने सोशल मीडिया यूजर्स को गहरी भावनाओं में डुबो दिया है। हर कोई उनके प्यार और संघर्ष को सराह रहा है, और विवेक की मौत ने सभी को यह एहसास दिलाया कि जीवन में सबसे बड़ी ताकत प्यार और परिवार का साथ है।
इनकी प्रेम कहानी एक सच्चे रिश्ते का प्रतीक बन गई है, जो मुश्किल समय में भी एक-दूसरे का सहारा बने रहते हैं।
कैंसर से लड़ते हुए प्रेम और साहस का प्रतीक बने विवेक और श्रीजना
विवेक पंगेनी और श्रीजना सुबेदी की यह प्रेम कहानी एक प्रेरणा है। उन्होंने जीवन के कठिनतम दौर में भी एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ा। इस दौरान उनकी लव स्टोरी ने हर किसी को यह सिखाया कि सच्चा प्यार समय और हालात से परे होता है। कैंसर जैसी भयानक बीमारी के बावजूद, विवेक और श्रीजना का रिश्ते में प्यार और समर्पण एक मिसाल बन गया है।
आज विवेक नहीं रहे, लेकिन उनकी और श्रीजना की कहानी जीवित रहेगी। उनके प्यार और संघर्ष की कहानी हर किसी को याद दिलाएगी कि सच्चे रिश्ते कभी नहीं टूटते। जीवन की कठिनाईयों का सामना करते हुए उन्होंने जो साहस और प्यार दिखाया, वह आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।