
उत्तराखंड की धामी सरकार के आज तीन साल पूरे हो गए हैं। इस अवसर पर राज्य की राजधानी देहरादून में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की उपलब्धियों और सरकार के भविष्य की योजनाओं का विवरण साझा किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने मुख्यमंत्री का स्वागत फूलों की बारिश के साथ किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने एक रोड शो भी आयोजित किया, जिसके बाद परेड मैदान में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सुबह-सुबह देहरादून में ‘फिट इंडिया रन’ का आयोजन हुआ, जिसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भव्य रोड शो हुआ। इस दौरान राज्यभर से लोग सड़कों पर उतरे और मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उनका स्वागत फूलों की बारिश से हुआ, और लोग जमकर नारेबाजी करते हुए धामी सरकार के प्रति अपने समर्थन का इज़हार कर रहे थे।
इसके बाद, परेड मैदान में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन किया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और दर्शक भी कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में प्रदर्शनी का अवलोकन किया और राज्य की विभिन्न योजनाओं और पहलों का प्रदर्शन देखा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अपना संबोधन शुरू करते हुए राज्य के आंदोलनकारियों को नमन किया। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड राज्य को प्राप्त करने के लिए कई लोगों ने संघर्ष किया। उनकी कुर्बानियों के कारण ही आज हमारा राज्य अस्तित्व में है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश की जनता ने एक बार फिर अपनी आस्था और विश्वास के साथ भाजपा सरकार को जनमत दिया, जिससे एक मिथक टूट गया है। उन्होंने उत्तराखंड को पर्यटन और वेटिंग डेस्टिनेशन के रूप में उभरते हुए राज्य के रूप में स्थापित करने की बात की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है।
चुनौतियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हालांकि राज्य के सामने कई समस्याएं और आपदाएं आईं, लेकिन फिर भी सरकार ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जिनकी गूंज पूरे देश में है। उन्होंने राज्य में नकल माफिया पर शिकंजा कसने के लिए देश का पहला कठोर नकल रोधी कानून लागू किया, और साथ ही भू- कानून को पारित करने में सफलता हासिल की।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की, जो राज्य के विकास में योगदान करेंगी:
- उपनल और संविदा कर्मचारियों के लिए ठोस नीति: मुख्यमंत्री ने कहा कि उपनल और संविदा कर्मचारियों को सरकारी विभागों में रिक्त पदों पर नियमित किया जाएगा। इसके लिए एक ठोस नीति बनाई जाएगी, जिससे कर्मचारियों के भविष्य को सुनिश्चित किया जाएगा।
- स्थानीय ठेकेदारों के लिए रोजगार के अवसर: मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की कि राज्य सरकार अब स्थानीय ठेकेदारों को सरकारी कामों में 10 करोड़ रुपये के काम सौंपेगी, ताकि राज्य के विकास में स्थानीय व्यवसायों का भी योगदान बढ़ सके।
- नौजवानों और स्नातक छात्रों के लिए आर्थिक सहायता: मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य के नौजवानों और स्नातक छात्रों के लिए एक नई पहल शुरू की जाएगी, जिसमें उन्हें प्रतियोगी परीक्षा और रोजगार कौशल प्राप्त करने के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के भविष्य पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तराखंड धर्मस्व एवं तीर्थाटन परिषद का गठन किया जाएगा, जिससे चारधाम यात्रा की समृद्धि बढ़ेगी और राज्य के तीर्थाटन क्षेत्र को और भी विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा को राज्य की अर्थव्यवस्था और रोजगार के लिए एक गेमचेंजर बताया। उनका कहना था कि शीतकालीन यात्रा से राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में बडीं संभावनाएं हैं, जिससे स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
इसके अलावा धामी ने राज्य में अवैध कब्जों के खिलाफ जारी अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक राज्य में अतिक्रमण पूरी तरह से समाप्त नहीं हो जाता।
मुख्यमंत्री ने 2022 में हुए विधानसभा चुनावों की ओर इशारा करते हुए कहा, “राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि भाजपा इस चुनाव में वापसी नहीं कर पाएगी, लेकिन राज्य की जनता ने भाजपा को आशीर्वाद दिया और सरकार बनाई।” उन्होंने स्वीकार किया कि तीन वर्षों में सरकार के सामने कई गंभीर चुनौतियां आईं, जिनमें रैणी, सिलक्यारा टनल, जोशीमठ भू-धंसाव और माणा भूस्खलन जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ा। मुख्यमंत्री ने इन आपदाओं के बावजूद केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के सहयोग से इन समस्याओं का समाधान किया और प्रदेश के लोगों को राहत दी।