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तिरुपति, 21 सितंबर 2023: आंध्र प्रदेश के बालाजी मंदिर इन दिनों एक गंभीर विवाद के केंद्र में है। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू की तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने आरोप लगाया है कि पिछली जगन मोहन सरकार के दौरान मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद में मिलावट की गई है। इस आरोप के समर्थन में टीडीपी ने एक लैब रिपोर्ट का हवाला दिया है। इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए, केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है और खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) लैब रिपोर्ट की जांच का आदेश दिया है।
तिरुपति बालाजी मंदिर का महत्व
तिरुपति बालाजी मंदिर, जिसे तिरुमाला मंदिर भी कहा जाता है, देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार वेंकटेश्वर को समर्पित है और हर साल अरबों रुपये का चढ़ावा प्राप्त करता है। तिरुपति की पहाड़ियों में स्थित यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक है।
मंदिर का इतिहास
तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास सदियों पुराना है। मान्यता है कि यह मंदिर लगभग 1000 साल पुराना है और इसका निर्माण चालुक्य वंश के राजाओं के द्वारा किया गया था। ऐतिहासिक प्रमाणों के अनुसार, मंदिर में दी गई मूर्तियों और उनके पीछे की कहानियाँ मंदिर के महत्व को और बढ़ाती हैं। आज भी, यह मंदिर लाखों भक्तों का ध्यान आकर्षित करता है और तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रमुख स्थान है।
लड्डू प्रसाद का महत्व
तिरुपति बालाजी का लड्डू प्रसाद विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इसे श्रद्धालुओं के बीच विशेष स्थान प्राप्त है और इसे भगवान की कृपा का प्रतीक माना जाता है। हर दिन मंदिर में हजारों लड्डू बनते हैं, जो श्रद्धालुओं में वितरित किए जाते हैं। लेकिन हाल ही में इस प्रसाद में मिलावट के आरोपों ने विवाद को जन्म दिया है। टीडीपी का कहना है कि लैब रिपोर्ट में लड्डू के घटकों की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई है।
विवाद की गहराई
टीडीपी का आरोप
चंद्र बाबू नायडू की टीडीपी ने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ वर्षों में मंदिर के प्रसाद की गुणवत्ता में गिरावट आई है। उनका कहना है कि जगन मोहन सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दिया। टीडीपी का यह भी कहना है कि अगर लड्डू में मिलावट की बात सही है, तो यह एक गंभीर मामला है जो श्रद्धालुओं की आस्था को प्रभावित कर सकता है।
एफएसएसएआई की भूमिका
केंद्र सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आंध्र प्रदेश सरकार से रिपोर्ट मांगी है। एफएसएसएआई ने निर्देश दिया है कि लड्डू के घटकों की जांच की जाए और सुनिश्चित किया जाए कि प्रसाद की गुणवत्ता मानक के अनुसार हो। इस स्थिति पर तेजी से प्रतिक्रिया दी जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।