
पंजाब सरकार ने राज्य की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को आधुनिक और प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने घोषणा की है कि पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी (पंजाब रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) के बेड़े में 1262 नई बसें शामिल की जाएंगी। इस कदम का उद्देश्य न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है, बल्कि सरकारी बस सेवाओं में जनता का विश्वास और आमदनी दोनों को पुनः सुदृढ़ करना भी है।
नई बसों की सौगात: अब सफर होगा आरामदायक
राज्य सरकार की इस पहल से आम जनता को सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि उन्हें अब खटारा, तेज़ आवाज़ करने वाली और बार-बार खराब होने वाली पुरानी बसों की जगह आधुनिक, सुविधाजनक और सुगम बसों में सफर करने का अवसर मिलेगा। पंजाब रोडवेज (PUNBUS) के बेड़े में 606 बसें शामिल की जाएंगी। पीआरटीसी के बेड़े में 656 बसें, जिनमें से 100 मिनी बसें होंगी।
मंत्री भुल्लर ने इस बाबत अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक भी की और निर्देश दिया कि बसों की खरीद और संचालन संबंधी सभी प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की जाएं ताकि लोगों को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके।
लोगों का सरकारी बसों पर बढ़ा भरोसा
मंत्री भुल्लर ने जानकारी दी कि बीते कुछ समय में राज्य में सरकारी बस सेवाओं की प्रति किलोमीटर आमदनी में इज़ाफा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, “लोगों का सरकारी बस सेवा में फिर से भरोसा बहाल हुआ है और यह भरोसा बनाए रखने के लिए हमें सार्वजनिक परिवहन को और अधिक मजबूत व विश्वसनीय बनाना होगा।”
इस निर्णय से स्पष्ट है कि सरकार अब न केवल प्रशासनिक स्तर पर बल्कि बुनियादी ढांचे के स्तर पर भी बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। नई बसों के आने से निश्चित तौर पर यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी और साथ ही सरकार को राजस्व में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
पुरानी बसों को समय रहते किया जाएगा बाहर
बैठक के दौरान परिवहन मंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि पुरानी और जर्जर बसों के कंडम (अप्रयुक्त घोषित) होने से पहले ही नई बसों की खरीद और संचालन सुनिश्चित कर लिया जाए।उन्होंने कहा कि “राज्य के लोगों को किसी भी परिस्थिति में परिवहन संबंधी असुविधा नहीं होनी चाहिए।” पुराने वाहनों की जगह नई बसों का समावेश जनता के हित में सबसे महत्वपूर्ण पहलू है।
इस प्रक्रिया से जहां एक ओर सरकार को परिचालन खर्च में कमी देखने को मिलेगी, वहीं दूसरी ओर पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी लाभ होगा क्योंकि नई बसें कम प्रदूषण फैलाने वाली और अधिक ईंधन दक्ष होंगी।
कर्मचारी यूनियनों के साथ बैठक: संवाद और सहयोग का संदेश
सरकारी परिवहन व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए सिर्फ अधोसंरचना ही नहीं, बल्कि कर्मचारियों का मनोबल और समर्थन भी आवश्यक होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए मंत्री भुल्लर ने पंजाब सिविल सचिवालय में पनबस और पीआरटीसी की कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
इस बैठक में मंत्री ने यूनियनों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनकी सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी और उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा। बैठक में विभागीय कार्यप्रणाली में सुधार और पनबस व पीआरटीसी को लाभ में लाने के उपायों पर भी गंभीरता से चर्चा की गई। कर्मचारियों की मुख्य मांगों के तकनीकी पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश भी वरिष्ठ अधिकारियों को दिए गए।
यह बैठक सरकार और कर्मचारियों के बीच संवाद की एक मजबूत कड़ी बनकर उभरी है, जो आने वाले समय में परिवहन सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने में मददगार साबित होगी।