
गणतंत्र दिवस के अवसर पर इस वर्ष पंजाब पुलिस के दो प्रमुख अधिकारियों को उनके विशिष्ट और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति मेडल से सम्मानित किया जाएगा। अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) राजेश कुमार जायसवाल और नीलाभ किशोर को यह सम्मान उनके विशेष योगदान के लिए प्रदान किया जाएगा। इन अधिकारियों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को मजबूत करने, अपराध नियंत्रण और राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इसके साथ ही, 15 अन्य पुलिस अधिकारियों को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया जाएगा। इनमें उच्च रैंकिंग के अधिकारियों से लेकर अन्य पदों पर कार्यरत पुलिसकर्मी शामिल हैं, जिनके कार्यों ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया और पुलिस विभाग की छवि को सकारात्मक दिशा में स्थापित किया।
राष्ट्रपति मेडल पाने वाले अधिकारी
राष्ट्रपति मेडल प्राप्त करने वाले प्रमुख अधिकारियों में सबसे पहले नाम है राजेश कुमार जायसवाल का, जो वर्तमान में पंजाब के अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में पंजाब पुलिस ने न केवल कानून व्यवस्था में सुधार किया, बल्कि आतंकवाद, नशे के कारोबार, और अन्य जघन्य अपराधों से निपटने में भी अहम भूमिका निभाई है। उनके कार्यों से पंजाब पुलिस की कार्यकुशलता में भी वृद्धि हुई और राज्य के नागरिकों के बीच पुलिस के प्रति विश्वास को बढ़ावा मिला।
दूसरे अधिकारी, नीलाभ किशोर, जो पंजाब पुलिस में उच्च पदों पर कार्यरत हैं, उन्होंने भी कानून-व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके कार्यों में न केवल अपराधों की रोकथाम शामिल है, बल्कि उन्होंने पुलिस बल के प्रशिक्षित और सक्षम बनाने के लिए कई योजनाओं को लागू किया। इन दोनों अधिकारियों की उत्कृष्ट सेवाओं को देखते हुए उन्हें गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति मेडल से सम्मानित किया जाएगा, जो पुलिस विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
सम्मानित होने वाले अन्य अधिकारी
पंजाब पुलिस के कुल 15 अधिकारी भी इस वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मानित किए जाएंगे। ये अधिकारी विभिन्न रैंक और पदों पर कार्यरत हैं, और उनके कार्यों ने राज्य की सुरक्षा को सुनिश्चित किया है।
- धनप्रीत कौर (महानिरीक्षक): उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा, विशेषकर राज्य में महिला अपराधों के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए। उनके प्रयासों से महिला सुरक्षा में सुधार हुआ और उन्हें यह सम्मान दिया जा रहा है।
- तेजिंदरजीत सिंह विर्क (सहायक महानिरीक्षक): उनके नेतृत्व में पंजाब पुलिस ने कई महत्वपूर्ण मामलों में सफलता हासिल की है, विशेषकर नशे के खिलाफ संघर्ष में उनका योगदान अतुलनीय रहा है।
- सतीश कुमार (उप-निरीक्षक): राज्य में अपराध नियंत्रण और सुरक्षा में उनकी भूमिका अहम रही है। उन्होंने विभिन्न अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई और कानून-व्यवस्था को बनाए रखा।
- सुखबीर सिंह (सहायक उप-निरीक्षक): उन्होंने पुलिस की छवि को सुधारने और जनता के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
- इकबाल सिंह (उप-निरीक्षक): अपराधों की जांच और अपराधियों के खिलाफ उनकी कार्रवाई राज्य में कानून व्यवस्था की मजबूती का प्रतीक रही है।
- बलवीर चंद (उप-निरीक्षक): उनकी निष्ठा और कर्तव्यपरायणता ने उन्हें यह सम्मान प्राप्त करने के योग्य बनाया।
- जगरूप सिंह (निरीक्षक): उन्होंने अपराधों की रोकथाम में उत्कृष्ट कार्य किया और पुलिस विभाग में अपने अनुभवों का लाभ दिया।
- हरपाल सिंह (सहायक उप-निरीक्षक): उन्होंने पुलिसिंग की नई दिशा में कई सुधार किए और अपनी कड़ी मेहनत के कारण यह सम्मान प्राप्त किया।
- बलबीर चंद (उप-निरीक्षक): अपराधों की जांच में उनकी कुशलता और मेहनत के कारण उन्हें यह सम्मान मिल रहा है।
- अमरीक सिंह (निरीक्षक): उनकी अथक मेहनत और पुलिस बल में सुधार के लिए किए गए प्रयासों को सराहा गया है।
- लखवीर सिंह (सहायक उप-निरीक्षक): उन्होंने न केवल अपराधों की जांच की बल्कि पुलिस बल के प्रशिक्षण को भी नया दिशा दिया।
- हरविंदर कुमार (हेड कांस्टेबल): उनके कार्यों ने पुलिस बल की छवि में सुधार लाया और उन्होंने जनता के बीच विश्वास कायम रखा।
- बलविंदर सिंह (निरीक्षक): कानून और व्यवस्था को बनाए रखने में उनकी मेहनत और योगदान सराहनीय है।
- इंदरदीप सिंह (निरीक्षक): उनका कार्य राज्य में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण रहा है।
- डिम्पल कुमार (सहायक उप-निरीक्षक): उन्होंने न केवल अपराधों की जांच की, बल्कि पुलिस बल के अन्य कार्यों में भी अहम योगदान दिया।