
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट में फेरबदल और विस्तार को लेकर उठ रही अटकलों पर शुक्रवार को स्पष्ट बयान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक महीने से इस पर चर्चा की जा रही है और यह मामला समय आने पर हल हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि शुभ मुहूर्त आने पर सभी को बदलाव के बारे में पता चल जाएगा।
मुख्यमंत्री धामी गुरुवार को देहरादून मेडिकल कॉलेज सभागार में एक कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत कर रहे थे। दिल्ली से लौटने के बाद, मुख्यमंत्री से कैबिनेट विस्तार को लेकर मीडियाकर्मियों ने सवाल किया, जिसके जवाब में उन्होंने यह बयान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, “आप लोग पिछले कई दिनों से इस पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। मैं स्पष्ट रूप से कह सकता हूं कि वह बदलाव होगा और आपको शुभ मुहूर्त आने पर यह बदलाव पता चल जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने इस विषय पर बात करते हुए कहा कि पिछले एक महीने से यह चर्चा मीडिया में चल रही है, लेकिन अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “धन सिंह भी यहीं हैं और मैं भी यहीं हूं। कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह मीडिया की चर्चा है, और मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। मीडिया का काम है सवाल पूछना, लेकिन आपको यह भी समझना होगा कि किसी भी बदलाव की योजना सही समय पर ही घोषित की जाएगी।”
मुख्यमंत्री धामी ने मीडिया से यह अपेक्षाएं भी जताई कि वह उन मुद्दों पर चर्चा करें, जिनका राज्य के विकास में वास्तविक महत्व हो। उन्होंने कहा, “जब राज्य में कोई ऐसी चीज़ नहीं होती जिसका सिर और पैर हो, तो उस पर चर्चा कैसे की जाती है? पत्रकारिता और मीडिया की प्रमाणिकता बनी रहनी चाहिए।” मुख्यमंत्री ने इस बयान के जरिए यह स्पष्ट किया कि कैबिनेट फेरबदल की चर्चा मीडिया में जोरों पर है, लेकिन इसकी सच्चाई को समय आने पर ही स्पष्ट किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद, प्रदेश में कैबिनेट फेरबदल की अटकलें फिर से तेज हो गईं। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के त्यागपत्र देने के बाद से इस विषय पर चर्चा जोरों पर थी। मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास और कैबिनेट विस्तार की खबरों के बीच, सोशल मीडिया पर भी इस विषय पर कई खबरें वायरल हुई थीं।
कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना था कि मुख्यमंत्री धामी अपने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय नेताओं से कैबिनेट विस्तार और फेरबदल के मुद्दे पर चर्चा कर रहे थे। इसी के चलते राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें और भी तेज हो गईं। सोशल मीडिया पर भी इन चर्चाओं को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही थीं। लेकिन मुख्यमंत्री ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि किसी भी प्रकार के बदलाव की घोषणा शुभ मुहूर्त पर की जाएगी, और फिलहाल ऐसा कोई बदलाव नहीं हुआ है।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता और मीडिया की भूमिका को लेकर भी अहम बात की। उन्होंने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और उसकी जिम्मेदारी है कि वह समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करे। लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया को किसी भी मामले की सही जानकारी देनी चाहिए और सिर्फ अटकलों पर नहीं चलना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मीडिया को यह समझना चाहिए कि राज्य में जिन मुद्दों का कोई सिर-पैर नहीं होता, उन पर चर्चा नहीं करनी चाहिए। उनका यह बयान मीडिया के लिए एक संदेश था कि अटकलों से अधिक महत्वपूर्ण राज्य के विकास और जनता की भलाई के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाए।
राज्य के राजनीतिक हलकों में, मुख्यमंत्री के बयान से यह स्पष्ट हो गया कि कैबिनेट में फेरबदल और विस्तार की प्रक्रिया जारी है, लेकिन इसे शुभ मुहूर्त के अनुसार ही सार्वजनिक किया जाएगा। इस समय तक कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, जैसा कि मीडिया और सोशल मीडिया में अटकलें लगाई जा रही थीं।
राज्य के मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री धामी की सरकार के लिए यह एक अहम समय है। राज्य में कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों के बीच, कैबिनेट में कुछ बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, खासकर पूर्व मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद। इसके अलावा, यह समय भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए भी महत्वपूर्ण है, जो आगामी चुनावों की तैयारी कर रही है।