उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की तैयारियों की विधिवत शुरुआत 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पांच महत्वपूर्ण सिंबल्स का अनावरण करने के साथ होगी। इन सिंबल्स में लोगो, एंथम, शुभंकर, टार्च और जर्सी शामिल हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा भी विशिष्ट रूप से उपस्थित रहेंगी।
राज्य सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की है कि 38वें राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वालों को मिलने वाली इनाम राशि को दोगुना किया जाएगा। स्वर्ण पदक विजेताओं को छह लाख के बजाय अब बारह लाख रुपये, रजत पदक विजेताओं को चार लाख के स्थान पर आठ लाख रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को तीन लाख की बजाय छह लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी।
प्रदेश की खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 15 दिसंबर को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आगामी राष्ट्रीय खेलों के सिंबल्स का अनावरण करेंगे। इनमें राष्ट्रीय खेलों का लोगो, एंथम, शुभंकर, टार्च और जर्सी शामिल हैं।
विशेष रूप से मुख्यमंत्री धामी के साथ केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा इस अवसर पर उपस्थित रहेंगी। खेल मंत्री ने बताया कि दिल्ली में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे और पीटी उषा से मुलाकात की थी और उन्हें इस महत्वपूर्ण लॉन्चिंग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया गया है। खेल मंत्री ने यह भी बताया कि लॉन्चिंग के बाद टॉर्च को एकता और सामूहिकता के प्रतीक के रूप में राज्य भर में घुमाया जाएगा। यह टॉर्च उत्तराखंड के हर कोने में जाकर खिलाड़ियों और नागरिकों में राष्ट्रीय खेलों के प्रति उत्साह और एकता की भावना को बढ़ाएगी। यह पहल राज्य के लोगों को खेलों के प्रति जागरूक करने और राज्य के खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन का काम करेगी।
राष्ट्री खेलों के आयोजन की तैयारियों के तहत, प्रदेश में खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए कुल 42 प्रशिक्षण कैंप चलाए जा रहे हैं। इन कैंपों में 1260 खिलाड़ी विभिन्न खेलों की तैयारी कर रहे हैं। खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि इन कैंपों में न सिर्फ राज्य के कोचों की सेवाएं ली जा रही हैं, बल्कि अच्छे परिणाम सुनिश्चित करने के लिए दूसरे राज्यों से भी कोच बुलाए गए हैं। इसके अलावा, कुछ विदेशी कोचों को भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि राज्य के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए पूरी तरह तैयार हों। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने और उनकी मेहनत का सही सम्मान देने का फैसला किया है। सरकार ने पदक जीतने वालों के लिए इनाम राशि में दोगुनी वृद्धि की घोषणा की है।
स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को पहले छह लाख रुपये की इनाम राशि मिलती थी, जो अब बढ़कर बारह लाख रुपये हो गई है। इसी तरह, रजत पदक विजेताओं के लिए पहले चार लाख रुपये की राशि निर्धारित थी, जिसे अब बढ़ाकर आठ लाख रुपये किया गया है। कांस्य पदक जीतने वालों को मिलने वाली राशि भी दोगुनी कर दी गई है, जो अब छह लाख रुपये होगी, जबकि पहले यह तीन लाख रुपये थी। यह निर्णय प्रदेश सरकार की तरफ से खिलाड़ियों को सम्मान देने के साथ-साथ खेलों में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिया गया है। इस घोषणा से राज्य के खिलाड़ियों में विशेष उत्साह का संचार हुआ है और वे अब इन खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए और भी अधिक प्रेरित होंगे।
Chief Minister Pushkar Singh Dhami
उत्तराखंड में खेलों का इतिहास बहुत ही गौरवमयी रहा है। राज्य ने हमेशा राष्ट्रीय खेलों और अन्य बड़े आयोजनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार के तहत राज्य ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिनका सकारात्मक प्रभाव खिलाड़ियों पर पड़ रहा है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को हर संभव सुविधा और अवसर प्रदान कर रही है, ताकि वे अपनी पूरी क्षमता से खेलों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें। सरकार का उद्देश्य राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेलों में एक प्रमुख केंद्र बनाना है, जहां के खिलाड़ी विभिन्न खेलों में शीर्ष स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। राज्य सरकार ने पहले ही खेलों के आयोजन की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है। इसके तहत, राज्य के विभिन्न खेल स्टेडियमों और प्रशिक्षण केंद्रों को अपग्रेड किया जा रहा है, ताकि इन खेलों के दौरान कोई कमी न हो। खेलों के आयोजन के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर को तैयार किया जा रहा है और आयोजकों की ओर से सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जा रहा है। इन खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे और राज्य के सम्मान में योगदान देंगे।