उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को छठ पूजा के अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में इस पर्व के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करते हुए कहा कि यह पर्व न केवल सूर्य देवता की उपासना का अवसर है, बल्कि यह प्रकृति और मानवता के बीच के सामंजस्य और प्रेम को भी दर्शाता है।
सूर्य देवता की उपासना और प्रकृति के प्रति आभार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संदेश में कहा, “छठ पूजा का पर्व सूर्य देवता की उपासना और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का एक महान अवसर है। यह पर्व हमें हमारे जीवन के हर पहलू में सकारात्मकता और नई ऊर्जा का अनुभव करने का अवसर प्रदान करता है। सूर्य देवता की आराधना से हमें अपने जीवन में अच्छाई, उजाला और नई ऊर्जा मिलती है, जो हमारे समाज को निरंतर उन्नति की दिशा में आगे बढ़ाती है।”
सीएम धामी ने छठ पूजा के महत्व को सिर्फ एक धार्मिक अवसर के रूप में ही नहीं, बल्कि एक सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बताया। उनका कहना था कि इस पर्व का समाज में बहुत गहरा प्रभाव होता है, क्योंकि यह विभिन्न समुदायों के बीच भाईचारे, एकता और सौहार्द को बढ़ावा देता है।
छठ पूजा और समाज की संस्कृति, एकता और सौहार्द
मुख्यमंत्री धामी ने छठ पूजा के माध्यम से समाज में एकता और सौहार्द को भी बल दिया। उन्होंने कहा, “यह पर्व हमें न केवल आस्था और भक्ति की भावना से जोड़ता है, बल्कि यह हमारे समाज की संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने का भी एक माध्यम है। छठ पूजा की पारंपरिक विधियों का पालन करते हुए हम सभी एकजुट होकर अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ पूजा का पर्व लोगों को सिखाता है कि कैसे हमें प्रकृति और जीवन के हर तत्व की महत्ता को समझते हुए उनका सम्मान करना चाहिए। यह पर्व हमें दिखाता है कि जीवन के कठिन समय में भी हमें उम्मीद और विश्वास नहीं खोना चाहिए, क्योंकि सूर्य की पहली किरण हमेशा अंधकार को दूर कर देती है।
मुख्यमंत्री ने भगवान भास्कर और छठी मइया से प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छठ पूजा के अवसर पर भगवान भास्कर और छठी मइया से प्रदेशवासियों की सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा, “मैं भगवान भास्कर और छठी मइया से प्रार्थना करता हूं कि वे सभी के जीवन में आशीर्वाद और समृद्धि प्रदान करें। हम सभी की मनोकामनाएं पूरी हों और हमारा समाज हमेशा प्रेम, एकता और सामूहिक प्रयास से उन्नति की दिशा में आगे बढ़े।”
छठ पूजा का विशेष महत्व और त्योहारी उमंग
उत्तराखंड में, खासकर राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में, छठ पूजा एक अत्यधिक महत्वपूर्ण पर्व के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व विशेष रूप से उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में, जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, और झारखंड में धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन अब यह पर्व अन्य राज्यों में भी अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कर चुका है।
इस दिन लोग सूर्य देवता की पूजा करने के लिए नदी, तालाब, या अन्य जलाशयों के किनारे इकट्ठा होते हैं और व्रत रखते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। यह परंपरा दशकों पुरानी है और यह भारतीय संस्कृति की गहरी धार्मिक और सामाजिक जड़ों को दर्शाती है।
उत्तराखंड में भी छठ पूजा की खासियत यह है कि लोग इस पर्व को बड़े श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाते हैं। पहाड़ी क्षेत्रों में जहां लोग कड़ी मेहनत करते हुए अपनी आजीविका कमाते हैं, वहीं इस पर्व के माध्यम से वे एक साथ आकर अपने परिवार और समाज की खुशहाली के लिए प्रार्थना करते हैं।
मुख्यमंत्री की छठ पूजा के महत्व पर विशेष टिप्पणी
मुख्यमंत्री ने छठ पूजा के महत्व को और भी स्पष्ट करते हुए कहा कि यह पर्व हमें अपनी जीवनशैली और परंपराओं के प्रति आस्था को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा, “छठ पूजा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह हमारे जीवन के मूल्यों और सिद्धांतों की भी अभिव्यक्ति है। इस दिन हम अपने परिवार और समाज के साथ मिलकर सकारात्मकता और सौहार्द की भावना को आगे बढ़ाते हैं।”
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से यह भी आग्रह किया कि वे इस पर्व को शांतिपूर्वक और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं, ताकि एकजुटता की भावना को और भी प्रगाढ़ किया जा सके। उन्होंने कहा, “हमारी संस्कृति में त्यौहारों का महत्व इसलिए है क्योंकि वे हमें आपस में जोड़ते हैं और हमें यह सिखाते हैं कि हर पर्व और हर त्योहार हमें अपने समाज और रिश्तों को बेहतर बनाने की प्रेरणा देता है।”
प्रदेश सरकार द्वारा किए गए प्रयास
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्य सरकार इस प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक पर्वों को पूरी श्रद्धा और सम्मान देने के लिए हर संभव प्रयास करती है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार हमेशा प्रदेशवासियों के धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक अधिकारों का सम्मान करती है। छठ पूजा के आयोजन को लेकर राज्य सरकार ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं ताकि यह पर्व सभी श्रद्धालुओं को बिना किसी कठिनाई के मनाने का अवसर मिले।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से धार्मिक स्थल और जलाशयों की सफाई, सार्वजनिक सुविधाओं की उपलब्धता और सुरक्षा का ध्यान रखा गया है, ताकि लोग इस पवित्र अवसर का पूरा लाभ उठा सकें।