
38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। प्रदेश सरकार ने पदक विजेता खिलाड़ियों को नगद इनाम देने के लिए 15 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है। इस निर्णय से उन लगभग 240 खिलाड़ियों को सीधा लाभ मिलेगा, जिन्होंने व्यक्तिगत या समूह प्रतिस्पर्धाओं में स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीतकर राज्य का गौरव बढ़ाया है।
राज्य की खेल मंत्री रेखा आर्या ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इनाम राशि को दोगुना कर दिया है। उन्होंने बताया कि अब तक के राष्ट्रीय खेलों के इतिहास में किसी भी राज्य ने अपने खिलाड़ियों को इतनी बड़ी नगद राशि नहीं दी है। यह कदम राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री की पहल से मिली स्वीकृति
रेखा आर्या ने बताया कि उन्होंने बीते सप्ताह आयोजित कैबिनेट मीटिंग में यह मुद्दा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष रखा था। मुख्यमंत्री ने इस पर त्वरित निर्णय लेते हुए 15 करोड़ रुपये की राशि जारी करने के निर्देश दिए। इस फैसले से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार खिलाड़ियों के हितों को लेकर गंभीर है और उनकी उपलब्धियों को उचित सम्मान देने के लिए तत्पर है।
अब तक की सबसे बड़ी इनाम राशि
उत्तराखंड सरकार की इस पहल से यह भी स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने पर अब उत्तराखंड देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे अधिक नगद इनाम राशि देने वाला राज्य बन गया है। हालांकि राशि के सटीक आंकड़े अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, पर यह जानकारी दी गई है कि यह अब तक की सबसे बड़ी इनाम राशि है।
इसके तहत स्वर्ण पदक विजेताओं को मिलने वाली राशि में विशेष वृद्धि की गई है, जबकि रजत और कांस्य पदकधारियों को भी पहले से दोगुनी राशि प्रदान की जाएगी। यह निर्णय निश्चित ही खिलाड़ियों की मेहनत को सम्मान देने और उन्हें भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने में सहायक सिद्ध होगा।
240 खिलाड़ियों को मिलेगा सीधा लाभ
प्रदेश में 240 से अधिक खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने व्यक्तिगत या टीम इवेंट्स में पदक जीते हैं। इनमें ट्रैक एंड फील्ड, बॉक्सिंग, कुश्ती, जूडो, वॉलीबॉल, बैडमिंटन, और तीरंदाजी जैसे खेल शामिल हैं। सरकार अब एक भव्य कार्यक्रम के माध्यम से इन सभी खिलाड़ियों को उनकी नकद इनाम राशि प्रदान करेगी।
खेल मंत्री ने बताया कि जल्द ही एक सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा जिसमें सभी पदक विजेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। इस दौरान न केवल उन्हें उनकी नगद राशि सौंपी जाएगी, बल्कि उन्हें सरकारी नौकरी में ‘आउट ऑफ टर्न’ नियुक्ति देने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जाएगी।
खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी का रास्ता भी साफ
केवल इनाम राशि तक ही यह योजना सीमित नहीं है। रेखा आर्या ने स्पष्ट किया कि इन खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के आधार पर सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं। पहले भी राज्य में कई खिलाड़ी खेल कोटे के तहत सरकारी सेवाओं में नियुक्त किए गए हैं, लेकिन अब यह प्रक्रिया और भी पारदर्शी व त्वरित होगी।
खिलाड़ियों और कोचों में खुशी की लहर
इस निर्णय के बाद प्रदेश के खिलाड़ियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कई पदक विजेता खिलाड़ियों और उनके कोचों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनके अनुसार, यह न केवल उनकी मेहनत का सम्मान है, बल्कि आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों को भी खेलों में अपना भविष्य तलाशने के लिए प्रेरित करेगा।
हरिद्वार की बॉक्सर शिवानी, जिन्होंने रजत पदक जीता, ने कहा, “राज्य सरकार के इस फैसले से हमें यह विश्वास होता है कि हमारी मेहनत को सराहा जा रहा है। इनाम राशि और नौकरी का वादा हमारे जैसे खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा सहारा है।”
देहरादून के कोच दिनेश भट्ट ने कहा, “यह निर्णय खेल जगत के लिए ऐतिहासिक है। सरकार की ओर से जो सहयोग मिल रहा है, उससे आने वाले वर्षों में उत्तराखंड देश के प्रमुख खेल राज्यों में शामिल हो सकता है।”