उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को देहरादून स्थित दून विश्वविद्यालय में आयोजित कौशल विकास और रोजगार कॉन्क्लेव में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर जनरेशन इंडिया और उत्तराखंड सरकार के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कॉन्क्लेव राज्य के युवाओं के कौशल विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा और यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने के मार्ग पर प्रेरित करेगा।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस सम्मेलन का आयोजन राज्य के युवाओं के कौशल विकास के क्षेत्र में नई संभावनाओं के द्वार खोलने की दिशा में अहम कदम है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राज्य सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में युवाओं के लिए रोजगार सृजन और कौशल विकास को प्राथमिकता दी है।
राज्य के विकास के लिए सरकार का दृष्टिकोण
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य के आर्थिक विकास पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को दोगुना करने के लक्ष्य को लेकर कई योजनाओं को लागू किया है। पिछले दो वर्षों में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में 1.3 गुना की वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में निवेश को आकर्षित करने के लिए 30 नई नीतियां बनाई गई हैं, जो विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार और विकास के अवसर उत्पन्न करेंगी।
उन्होंने राज्य में बेरोजगारी दर में भी कमी की बात की और कहा कि पिछले एक साल में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके अलावा, राज्य की प्रति व्यक्ति आय में भी वृद्धि देखी गई है, जिससे राज्य का आर्थिक परिदृश्य सकारात्मक दिशा में बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य को नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास के लक्ष्यों की रैकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है, जो राज्य की विकास यात्रा की सफलता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया अभियान का प्रभाव
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2015 में शुरू किए गए स्किल इंडिया अभियान का भी जिक्र किया, जो युवाओं को उनकी रुचियों और क्षमताओं के अनुसार व्यावसायिक प्रशिक्षण देने का उद्देश्य रखता है। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे युवा देश है, जहां 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 वर्ष से कम आयु की है। यदि इस ऊर्जा को सही दिशा और मार्गदर्शन दिया जाए, तो भारत न केवल एक आर्थिक महाशक्ति बनेगा, बल्कि यह एक सशक्त और समृद्ध समाज की नींव भी रखेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के मार्गदर्शन और सहयोग से उत्तराखंड सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए राज्य सरकार की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने राज्य में कौशल विकास के क्षेत्र में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों का विवरण दिया। उन्होंने बताया कि राज्य में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना के तहत कई युवा अपना खुद का व्यवसाय स्थापित कर रहे हैं और आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत हजारों युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो उन्हें बेहतर नौकरी और व्यवसाय के अवसर प्रदान करता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में विभिन्न उद्योगों और कॉरपोरेट संस्थानों के साथ साझेदारी की गई है, ताकि युवाओं को “डिमांड-बेस्ड स्किल ट्रेनिंग” मिल सके। इसके तहत राज्य के 13 आईटीआई (इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट) में दीर्घकालिक और 20 अल्पकालिक पाठ्यक्रमों की शुरुआत की गई है।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि तकनीकी नवाचार और वैश्विक परिवर्तन के कारण रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं और इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए युवाओं को “फ्यूचर-रेडी” बनाना होगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की विदेश में रोजगार के अवसरों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सरकार ने विदेशी प्लेसमेंट नीति के तहत राज्य के युवाओं को विदेशी भाषाओं और विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की है, ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें। इसके पहले चरण में 23 युवाओं को जापान भेजा गया है, और 25 युवाओं को जर्मनी तथा ब्रिटेन में नर्सिंग क्षेत्र में प्रशिक्षण देने की योजना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के अवसर राज्य के युवाओं को न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी रोजगार के नए अवसरों के लिए तैयार करेंगे।
विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में कौशल विकास
मुख्यमंत्री ने कौशल विकास के क्षेत्र में कई पहल की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आयुष, वेलनेस, पर्यटन, बागवानी एवं खाद्य प्रसंस्करण, वन आधारित आजीविका, डिजिटल मार्केटिंग, अक्षय ऊर्जा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इन क्षेत्रों में लगातार वृद्धि हो रही है और राज्य सरकार का उद्देश्य इन क्षेत्रीय अवसरों का फायदा उठाते हुए युवाओं को रोजगार देने के अवसर प्रदान करना है।
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इस अवसर पर राज्य सरकार द्वारा युवाओं के कौशल विकास की दिशा में किए गए निरंतर प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक संस्थानों की मांग के अनुसार युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान दिया जा रहा है, ताकि राज्य की प्रतिभाओं को सही दिशा में प्रशिक्षित किया जा सके। मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, और राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है ताकि इन प्रतिभाओं को सही प्लेटफॉर्म मिल सके। उन्होंने कहा कि युवाओं और महिलाओं के कौशल विकास के लिए लघु अवधि के कोर्स भी नियमित रूप से कराए जा रहे हैं, ताकि उनका जीवन स्तर ऊंचा हो सके।