
देहरादून में शुक्रवार को एक भावुक कर देने वाला दृश्य देखने को मिला जब राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान (एनआईईपीवीडी) के दिव्यांग विद्यार्थियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं एक मधुर गीत के माध्यम से दीं। बच्चों की इस मासूम और स्नेहिल प्रस्तुति से राष्ट्रपति भावविभोर हो गईं और उनकी आंखों में आंसू छलक आए। यह अवसर राष्ट्रपति के तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे का एक हिस्सा था, जिसमें वे देहरादून स्थित विभिन्न संस्थानों और कार्यक्रमों में भाग ले रही हैं।
तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड में राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार शाम को देहरादून पहुंचीं थीं। यह उनका उत्तराखंड का एक विशेष दौरा है, जिसमें वे सामाजिक कल्याण और शिक्षा से जुड़ी संस्थाओं के साथ संवाद कर रही हैं। शुक्रवार को उनका कार्यक्रम एनआईईपीवीडी संस्थान के दौरे का था, जहां उन्होंने विशेष रूप से दृष्टि बाधित एवं बहु-विकलांग विद्यार्थियों से बातचीत की और उनके कार्यों को सराहा।
जन्मदिन पर अनोखा उपहार
जब एनआईईपीवीडी के बच्चों ने मंच पर आकर राष्ट्रपति को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं, तो माहौल भावनात्मक हो गया। बच्चों ने एक विशेष गीत तैयार किया था, जिसे सामूहिक रूप से गाया गया। गीत के बोलों में देश के प्रति राष्ट्रपति के योगदान और उनके स्नेहिल व्यक्तित्व की झलक दिखाई दी। गीत सुनने के बाद राष्ट्रपति ने मंच से कहा, “आप सबकी यह शुभकामनाएं मेरे लिए सबसे अनमोल उपहार हैं। आपकी आत्मीयता और सच्चे मन से निकला यह गीत मेरे जीवन का एक अविस्मरणीय पल रहेगा।”
विद्यार्थियों से संवाद
एनआईईपीवीडी की इस विशेष सभा में राष्ट्रपति ने छात्रों से संवाद भी किया। उन्होंने बच्चों से उनकी पढ़ाई, रुचियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानने की कोशिश की। राष्ट्रपति ने बच्चों को प्रेरणा देते हुए कहा, “आप सब अद्भुत हैं। आपकी इच्छाशक्ति और समर्पण ही इस देश की सबसे बड़ी ताकत है। आप किसी से कम नहीं हैं और आने वाले समय में देश के विकास में आपकी अहम भूमिका होगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि दिव्यांगजनों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि समाज में समान अवसर सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है।
मुख्यमंत्री और राज्यपाल की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में राष्ट्रपति का राज्य में स्वागत किया और कहा कि राष्ट्रपति का दिव्यांग बच्चों के साथ संवाद उत्तराखंड के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए सतत कार्य कर रही है और एनआईईपीवीडी जैसे संस्थानों को पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि यह अवसर राष्ट्रपति के व्यक्तित्व की करुणा और संवेदनशीलता को दर्शाता है। उन्होंने संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि ऐसे प्रयास समाज को अधिक समावेशी बनाते हैं।