
उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में आज बर्फबारी हुई, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड का अहसास बढ़ गया है। औली, बदरीनाथ, यमुनोत्री और आसपास के क्षेत्रों में बर्फबारी जारी है, जबकि मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। मौसम के इस अचानक बदलाव ने एक बार फिर से राज्य के कई हिस्सों में ठंड को वापस ला दिया है। खासकर पहाड़ों में बर्फबारी और ठंड ने मौसम को और भी सर्द बना दिया है, जिससे लोग पुराने सर्दी के अनुभव को महसूस कर रहे हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान: 17 मार्च तक खराब मौसम के आसार
मौसम विभाग ने उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई थी, जबकि देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का येलो अलर्ट जारी किया था। विभाग का कहना है कि 17 मार्च तक मौसम खराब रहने के आसार हैं, जिससे राज्य के विभिन्न हिस्सों में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
आने वाले दिनों में राज्य के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में जहां बर्फबारी हो रही है, वहां सड़कें बर्फ से जमी हुई हैं, जिससे यात्रा करने में दिक्कतें आ रही हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 17 मार्च तक प्रदेश भर में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जो ठंड को और बढ़ा सकती है।
बर्फबारी से ठंड में इजाफा, यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही बनी हुई है सुचारू
यमुनोत्री धाम सहित आसपास के क्षेत्रों में मध्य रात्रि से बर्फबारी हो रही है, जबकि निचले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश जारी है। बर्फबारी के कारण ठंड का अहसास और भी ज्यादा हो गया है, जिससे सर्दी ने लोगों को घेर लिया है। हालांकि, अब तक यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही सुचारू रूप से जारी है, और यात्री इस मार्ग से यात्रा कर रहे हैं।
इस बीच, बर्फबारी और बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में जीवन में बदलाव आ गया है, और लोग पुराने कपड़े पहनकर बाहर निकलने को मजबूर हो गए हैं। मौसम का अचानक बदलना और ठंड में वृद्धि, पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के लिए चुनौती पेश कर रही है, हालांकि स्थानीय प्रशासन ने बर्फबारी के बावजूद यातायात व्यवस्था को संभालने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं।
औली में बर्फबारी से सड़कें जमीं, वाहनों को हो रही समस्या
औली में भी बर्फबारी के चलते सड़कों पर बर्फ जम गई है, जिससे वाहनों को निकलने में समस्या हो रही है। यहां के कई प्रमुख मार्गों पर बर्फ जमा होने के कारण वाहनों की आवाजाही में रुकावट आ रही है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने सड़कें खोलने और यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए काम करना शुरू कर दिया है, लेकिन बर्फबारी के कारण वाहनों के फंसने की संभावना बनी हुई है।
औली में बर्फबारी के चलते पर्यटकों के लिए यह मौसम और अधिक रोमांचक बन गया है, हालांकि बर्फ पर फिसलने और वाहन संचालन में कठिनाइयों के कारण कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा यातायात मार्गों पर कंट्रोल बनाए रखने के लिए उपाय किए जा रहे हैं, ताकि पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
सर्दी में बढ़ोतरी, मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी
उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में चटक धूप खिलने से कुछ दिनों से दिन के अधिकतम तापमान में सामान्य से तीन से चार डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज की जा रही थी। हालांकि, बर्फबारी और बारिश के कारण सर्दी का एहसास भी लौट आया है, जिससे दिन और रात का तापमान फिर से गिरने लगा है। मौसम के इस बदलाव ने एक ओर जहां सर्दी बढ़ा दी है, वहीं दूसरी ओर बारिश और बर्फबारी के कारण लोगों को मौसम के ठंडे दौर का सामना करना पड़ रहा है।
आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 17 मार्च तक उत्तराखंड में मौसम खराब रहने के आसार हैं। आगामी दिनों में पर्वतीय क्षेत्रों में और भी अधिक बर्फबारी हो सकती है, और मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। इसके साथ ही, हवाओं की रफ्तार भी बढ़ने की संभावना है, जो ठंड को और बढ़ा सकती है।
मौसम विभाग ने राज्य के विभिन्न इलाकों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं, जिसमें पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, विभाग ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर जब वे ऊंचाई वाले इलाकों में यात्रा करने जा रहे हों।