राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव से संबंधित कई विभागों और संस्थाओं को आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में नोटिस जारी किया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने जानकारी दी कि आयोग ने चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर सात विभागों और संस्थाओं को नोटिस जारी किए हैं। इन विभागों और संस्थाओं से स्पष्टीकरण मांगा गया है कि वे चुनावी नियमों का पालन क्यों नहीं कर पाए।
सुशील कुमार ने बताया कि राज्यभर से कई विभागों ने चुनावी आचार संहिता के तहत कुछ अनुमतियाँ मांगी थीं। इन अनुमतियों में से केवल जरूरी और संबंधित अनुमतियाँ ही दी गई हैं, जबकि कई प्रस्तावों को आयोग ने रद्द कर दिया है। आयोग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सात विभागों और संस्थाओं से जवाब प्राप्त हो चुके हैं। जिनमें से तीन संस्थाओं ने अपना जवाब भेजा है और इन जवाबों का परीक्षण किया जा रहा है। आयोग ने स्पष्ट किया कि सभी जवाबों के परीक्षण के बाद ही नियमानुसार कोई निर्णय लिया जाएगा।
ध्वनि प्रदूषण और सरकारी संपत्ति विरूपण पर सख्त दिशा-निर्देश
निकाय चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने ध्वनि प्रदूषण और सरकारी संपत्ति पर प्रचार सामग्री चिपकाने के मामले में सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने यह बताया कि कई स्थानों से ध्वनि प्रदूषण की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं, जिसे लेकर आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के तहत, जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कहीं भी ध्वनि प्रदूषण न हो और प्रचार सामग्री को सरकारी संपत्तियों पर न चिपकाया जाए।
आयोग ने कहा कि यदि कहीं पर प्रचार सामग्री सरकारी संपत्तियों पर पाई जाती है, तो उस पर संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, जिलाधिकारियों को इस दिशा में सख्ती से कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी गई है। सुशील कुमार ने यह भी बताया कि जहां भी जरूरी होगा, वहां निर्वाचन आयोग स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगा।
डाक मतपत्रों के जरिए मतदान की प्रक्रिया शुरू
प्रदेश में निकाय चुनाव के लिए डाक मतपत्रों के जरिए मतदान की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। निर्वाचन आयोग ने मेयर, नगर पालिका अध्यक्ष, पंचायत अध्यक्ष, पार्षद और वार्ड सदस्यों के लिए 4196 डाक मतपत्र जारी किए थे। यह डाक मतपत्र चुनाव में कार्यरत कर्मचारियों और सुरक्षा बलों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए जारी किए गए थे।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने यह बताया कि सोमवार तक 1771 डाक मतपत्र प्रदेशभर से वापस लौट चुके हैं। यह प्रक्रिया अभी भी जारी है और चुनावी कार्यों में लगे कर्मचारी तथा सुरक्षा बलों द्वारा डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है।
आचार संहिता उल्लंघन और चुनावी प्रक्रिया के पालन की निगरानी
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निकाय चुनाव के लिए किए गए कदम यह दर्शाते हैं कि चुनावी प्रक्रिया में किसी भी तरह की धांधली या आचार संहिता उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी उपाय किए हैं कि चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हों।
आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के माध्यम से यह संदेश भी दिया गया है कि चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का ध्वनि प्रदूषण, सरकारी संपत्ति का विरूपण या अन्य कोई अव्यवस्था नहीं होनी चाहिए। इस तरह के प्रयास चुनावों के दौरान लोकतांत्रिक प्रक्रिया की स्थिरता और विश्वास को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं।