
उत्तराखंड के लक्सर से रुड़की तक रोजाना सफर करने वाले हजारों वाहन चालकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। लंबे समय से प्रतीक्षित बहादरपुर रेलवे फाटक पर प्रस्तावित रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के निर्माण की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। निर्माण कार्य की स्वीकृति के बाद यह ओवरब्रिज न केवल सड़क यातायात को आसान बनाएगा, बल्कि लक्सर-रुड़की मार्ग पर होने वाले भीषण जाम की समस्या का स्थायी समाधान भी प्रस्तुत करेगा।
रेलवे ओवरब्रिज से मिलेगा स्थायी समाधान
लक्सर और रुड़की के बीच का लगभग 22 किलोमीटर लंबा मार्ग न केवल स्थानीय निवासियों, व्यवसायियों और दैनिक यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मार्ग हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी एक वैकल्पिक रूट के रूप में इस्तेमाल होता है। विशेषकर कुंभ, अर्धकुंभ, कांवड़ यात्रा और प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान जब हरिद्वार के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन होता है, तब हजारों वाहनों को इसी मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है।
वर्तमान में इस मार्ग पर तीन प्रमुख रेलवे क्रॉसिंग पड़ती हैं—डोसनी, ढंढेरा और बहादरपुर। डोसनी फाटक पर पहले ही आरओबी का निर्माण हो चुका है, जिससे इस क्रॉसिंग पर यातायात अब बाधित नहीं होता। अब बहादरपुर रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया लगभग पूरी होने वाली है, जबकि ढंढेरा पर भी योजना प्रस्तावित है।
डीपीआर तैयार, रेलवे से मिल चुकी है सहमति
बहादरपुर फाटक पर आरओबी के निर्माण को लेकर लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) ने डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली है और उसे राज्य सरकार को भेज दिया है। सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि रेलवे विभाग पहले ही इस परियोजना को अपनी स्वीकृति प्रदान कर चुका है। अब बस शासन की अंतिम स्वीकृति के बाद टेंडर प्रक्रिया आरंभ की जाएगी, जिसके साथ ही निर्माण कार्य की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी।
समय की होगी बड़ी बचत
वर्तमान में लक्सर से रुड़की की दूरी तय करने में सामान्यतः 30 से 40 मिनट का समय लगता है, लेकिन रेलवे फाटक पर क्रॉसिंग बंद रहने या ट्रैफिक जाम के चलते यह समय एक से डेढ़ घंटे तक बढ़ जाता है। ओवरब्रिज बनने के बाद यह दूरी महज 15 से 20 मिनट में तय की जा सकेगी। यह न केवल समय की बचत करेगा, बल्कि इमरजेंसी सेवाओं जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि के लिए भी वरदान साबित होगा।
आरओबी की खासियतें: आधुनिक डिजाइन और सुविधाएं
प्रस्तावित बहादरपुर ओवरब्रिज को आधुनिक तकनीक और यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। इसकी कुल लंबाई 800 मीटर और चौड़ाई 10.5 मीटर होगी। इसके दोनों ओर 500 मीटर की एप्रोच रोड बनाई जाएगी, जिससे आसपास के क्षेत्र से भी यातायात को सीधे जोड़ने में आसानी होगी। रेलवे ट्रैक के ऊपर का हिस्सा 37 मीटर लंबा होगा।
पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए ओवरब्रिज पर फुटपाथ और सीढ़ियों की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे स्थानीय नागरिक बिना किसी परेशानी के पार जा सकें। इस ओवरब्रिज के निर्माण पर लगभग 44 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है, जिसे राज्य सरकार की योजना मद से वहन किया जाएगा।