
दो दिवसीय पिथौरागढ़ जनपद भ्रमण पर पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को पवित्र आदि कैलाश क्षेत्र के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने पार्वती कुंड के समीप भगवान शिव के मंदिर में पूर्ण विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और देशवासियों के सुख-समृद्धि, शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की।
आदि कैलाश की पावन भूमि पर पहुंचकर जेपी नड्डा ने वहां की प्राकृतिक सौंदर्यता और आध्यात्मिक महत्ता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह क्षेत्र भारत की धार्मिक विरासत का अनमोल रत्न है। उन्होंने कहा कि “आदि कैलाश एक ऐसा स्थल है जहां प्रकृति, अध्यात्म और संस्कृति एकाकार होते हैं। यहां की दिव्यता मन को अद्भुत शांति प्रदान करती है।”
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा ने बदली तस्वीर
जेपी नड्डा ने अपने संबोधन में इस क्षेत्र में बढ़ती पर्यटक और श्रद्धालु गतिविधियों का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदि कैलाश यात्रा को दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा ने इस क्षेत्र को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पटल पर विशेष पहचान दिलाई है।
“जब प्रधानमंत्री मोदी जैसे विश्व स्तर के नेता किसी पवित्र स्थल की यात्रा करते हैं, तो उसका असर केवल आध्यात्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास पर भी पड़ता है,” नड्डा ने कहा। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी के आगमन के बाद इस क्षेत्र में पर्यटन में तेज़ी आई है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बल मिला है।
साहसिक और आध्यात्मिक पर्यटन का नया केंद्र
जेपी नड्डा ने आदि कैलाश क्षेत्र को साहसिक और आध्यात्मिक पर्यटन का उभरता हुआ केंद्र बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में अब अधिक से अधिक श्रद्धालु, ट्रेकिंग प्रेमी और पर्यटक पहुंचने लगे हैं। उन्होंने उत्तराखंड सरकार और स्थानीय प्रशासन की इस दिशा में की गई कोशिशों की भी सराहना की।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि केंद्र सरकार इस क्षेत्र में पर्यटन सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, सड़क और संचार नेटवर्क के विस्तार, और आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए प्रयासरत है।
त्रिशूल के समीप मंदिर के भी किए दर्शन
अपने दौरे के दूसरे चरण में जेपी नड्डा ने ज्योलिंगकांग स्थित त्रिशूल के समीप स्थित मंदिर के दर्शन किए। यह मंदिर भी आदि कैलाश क्षेत्र की आध्यात्मिक पहचान का महत्वपूर्ण अंग है। यहां भी उन्होंने पूजा-अर्चना की और प्राकृतिक सौंदर्य को नमन करते हुए कहा कि “यह स्थान भारत की संस्कृति, आस्था और पर्वतीय साहसिकता का संगम है।”
सैनिकों के साथ संवाद: प्रेरणा और सम्मान
इस पवित्र यात्रा के दौरान जेपी नड्डा ने सीमा पर तैनात भारतीय सेना के जवानों से भी मुलाकात की। उन्होंने जवानों के साहस, समर्पण और अनुशासन की सराहना करते हुए कहा, “हमारे जवान जिस कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में देश की सुरक्षा करते हैं, वह नमन योग्य है। देश को आप पर गर्व है।”
उन्होंने जवानों को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार उनके हितों की रक्षा के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रही है और भविष्य में उनकी सुविधा और सुविधा-संपन्न जीवन के लिए नई योजनाएं लाई जाएंगी।
क्षेत्रीय नेतृत्व की उपस्थिति
जेपी नड्डा की इस यात्रा में उनके साथ केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, और विधायक विशन सिंह चुफाल भी मौजूद रहे। इन नेताओं ने भी क्षेत्र की प्रगति को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और केंद्र सरकार से सहयोग की अपेक्षा जताई।
सौरभ बहुगुणा ने कहा कि “आदि कैलाश क्षेत्र अब उत्तराखंड के पर्यटन नक्शे पर अग्रणी स्थान पा चुका है। प्रधानमंत्री और केंद्रीय नेतृत्व के सहयोग से यहां विकास की रफ्तार तेज हो रही है।”