
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की आपत्तिजनक एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित वीडियो पोस्ट करने का मामला गरमा गया है। त्यूणी क्षेत्र में रहने वाले युवक सुलेमान द्वारा यह वीडियो फेसबुक पर साझा किए जाने के बाद भाजपा और रुद्रसेना फाउंडेशन के कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया दी। दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं ने त्यूणी थाने पर धरना प्रदर्शन करते हुए आरोपी की गिरफ्तारी और उस पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
यह मामला कुछ दिन पहले उस समय सामने आया, जब सुलेमान नामक युवक ने अपनी फेसबुक आईडी से एक आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट की। बताया गया कि वीडियो में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को लेकर एक आपत्तिजनक दृश्य था, जो एआई तकनीक की मदद से तैयार किया गया था। इसके बाद पूरे क्षेत्र में इस वीडियो को लेकर भारी आक्रोश फैल गया।
एआई तकनीक से बनाई गई थी वीडियो
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी युवक ने कुल पाँच एआई वीडियो अपनी फेसबुक आईडी से पोस्ट की थीं, जिनमें चार वीडियो पाकिस्तान विरोधी थीं और एक वीडियो प्रधानमंत्री मोदी को लेकर आपत्तिजनक थी। पूछताछ के दौरान युवक ने पुलिस को बताया कि वह वीडियो गलती से पोस्ट हो गई थी और उसका ऐसा कोई इरादा नहीं था।
रविवार को युवक को थाने बुलाकर पूछताछ की गई और उसका स्मार्टफोन जब्त कर डिजिटल फॉरेंसिक जांच शुरू की गई। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि वीडियो एआई से तैयार की गई थी और सोशल मीडिया पर खुद उसकी प्रोफ़ाइल से साझा की गई थी।
भाजपा और रुद्रसेना का विरोध प्रदर्शन
सोमवार को भाजपा और रुद्रसेना फाउंडेशन के दर्जनों कार्यकर्ता थाने पहुंचे और धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ सिर्फ नाम मात्र की कार्रवाई की है और उस पर हल्की धाराओं में ही मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने मांग की कि आरोपी पर देशद्रोह जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए।
रुद्रसेना फाउंडेशन के अध्यक्ष राकेश तोमर उत्तराखंडी ने कहा, “प्रधानमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के विरुद्ध आपत्तिजनक वीडियो बनाना और उसे प्रसारित करना सीधा राष्ट्रद्रोह है। यह न केवल प्रधानमंत्री की गरिमा पर आघात है, बल्कि यह पूरे देश के सम्मान पर हमला है।”
युवक के परिवार पर अवैध निवास का आरोप
प्रदर्शन के दौरान एक और गंभीर आरोप सामने आया। रुद्रसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि आरोपी युवक का परिवार अवैध रूप से त्यूणी क्षेत्र के मैंद्रथ गाँव में निवास कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 1983 में वन गुर्जरों ने जनजातीय क्षेत्र की भूमि को फर्जी तरीके से अपने नाम करवाया था। इस संबंध में रुद्रसेना कार्यकर्ता मंगलवार से तहसील कार्यालय में भूख हड़ताल पर बैठने की तैयारी कर रहे हैं।
भाजपा त्यूणी मंडल अध्यक्ष नीरज शर्मा ने कहा, “इस घटना ने पूरे क्षेत्र की जनता की भावनाओं को आहत किया है। हम यह कतई सहन नहीं करेंगे कि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर देश विरोधी या प्रधानमंत्री के विरुद्ध आपत्तिजनक कंटेंट फैलाए और पुलिस हल्की धाराओं में उसे छोड़ दे।”