
11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भराड़ीसैण में ऐतिहासिक आयोजन की अगुवाई करते हुए 800 से अधिक लोगों के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया। मंत्रियों, राजनयिकों और योग गुरुओं की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड की नई योग नीति का भी औपचारिक अनावरण किया।
योग दिवस पर भराड़ीसैण बना आध्यात्मिक केंद्र
प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैण शुक्रवार को योग, संस्कृति और चेतना का केंद्र बन गया। मुख्य आयोजन स्थल पर सैकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चे, स्थानीय निवासी, योग प्रशिक्षक और विदेशी प्रतिनिधि एकत्र हुए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पारंपरिक स्वागत के साथ मंच पर पहुंचे और कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई।
योग केवल आसन नहीं, जीवन शैली है: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने योग अभ्यास से पूर्व अपने संबोधन में कहा, “योग भारत की प्राचीनतम और गौरवशाली परंपरा का अमूल्य उपहार है। यह केवल शारीरिक स्वास्थ्य को ही नहीं, मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति को भी सुनिश्चित करता है।”
सीएम धामी ने अपने एक्स (पूर्व Twitter) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा: “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देवभूमि उत्तराखंड से निकला योग आज पूरी दुनिया में अपनाया जा रहा है। आइए, हम सभी योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ, संतुलित समाज के निर्माण में सहभागी बनें।”
उत्तराखंड की नई योग नीति का अनावरण
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य की नई योग नीति को जनता के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि यह नीति योग को राज्य की शिक्षा, पर्यटन और स्वास्थ्य व्यवस्था के साथ जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री के अनुसार:
- योग शिक्षा को स्कूल पाठ्यक्रम में प्रभावी रूप से शामिल किया जाएगा।
- सरकारी व गैर-सरकारी कार्यालयों में “योग ब्रेक” की योजना चलाई जाएगी।
- राज्य के योग पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योग ग्राम विकसित किए जाएंगे।
- स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें योग गाइड और प्रशिक्षक बनने के अवसर दिए जाएंगे।
- राज्य में हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन होगा।
मंत्री धन सिंह रावत और योग गुरु भारत भूषण रहे उपस्थित
इस ऐतिहासिक योग सत्र में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल, अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त योग गुरु भारत भूषण सहित नेपाल, भूटान और श्रीलंका जैसे देशों के राजनयिक भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। मंच पर सभी अतिथियों ने एक स्वर में योग को वैश्विक शांति का माध्यम बताया। योग गुरु भारत भूषण ने कहा, “योग न केवल भारत की आत्मा है, बल्कि विश्व मानवता के लिए समाधान का सूत्र है।”
बच्चों से मिलकर सीएम ने बढ़ाया उत्साह
मुख्यमंत्री योग सत्र के बाद बच्चों से मुलाकात की और उनके साथ संवाद किया। उन्होंने बच्चों के योग कौशल की सराहना करते हुए कहा कि, “यह बेहद संतोषजनक है कि आज की युवा पीढ़ी योग के महत्व को समझ रही है। ये बच्चे कल के योग दूत हैं।” मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से बेटियों के जोश की तारीफ की और उन्हें राज्य की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी बढ़ाओ’ योजना का चेहरा बताया।
योग से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
प्रदेश सरकार की नई योग नीति में योग को पर्यटन के साथ जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया गया है। सीएम धामी ने बताया कि उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्रों में विशेष योग ट्रेल्स विकसित किए जाएंगे। विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष “योग-रिट्रीट” कार्यक्रम चलाए जाएंगे। यह राज्य के आर्थिक विकास में भी सहायक सिद्ध होगा।
राजनयिकों ने की पहल की सराहना
कार्यक्रम में भाग लेने आए कई देशों के राजनयिकों ने मुख्यमंत्री धामी की पहल की खुलकर सराहना की। भूटान के प्रतिनिधि ने कहा, “उत्तराखंड जैसे शांत, प्राकृतिक और आध्यात्मिक राज्य में योग नीति का लागू होना वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को और मजबूत करेगा।” नेपाल के प्रतिनिधि ने योग के क्षेत्र में भारत-नेपाल सहयोग की संभावनाएं भी व्यक्त कीं।
सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों की रही सराहना
कार्यक्रम की सुरक्षा और व्यवस्थाएं काफी चुस्त-दुरुस्त रहीं। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी में पूरी व्यवस्था शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुई। स्वयंसेवकों और स्काउट-गाइड्स ने भी सहयोग में अहम भूमिका निभाई।
एक नजर में कार्यक्रम की मुख्य बातें:
बिंदु | विवरण |
---|---|
आयोजन स्थल | भराड़ीसैण, कर्णप्रयाग |
प्रतिभागी | 800+ लोग |
प्रमुख अतिथि | सीएम पुष्कर सिंह धामी, मंत्री धन सिंह रावत, योग गुरु भारत भूषण |
विशेष अतिथि | नेपाल, भूटान, श्रीलंका आदि देशों के राजनयिक |
योग नीति के मुख्य बिंदु | योग शिक्षा, योग ग्राम, पर्यटन जोड़ाव, वार्षिक योग महोत्सव |
सोशल मीडिया संदेश | “योग भारत की प्राचीनतम परंपरा का अमूल्य उपहार है” – सीएम धामी |
विशेष सराहना | बच्चों की भागीदारी और विदेशी प्रतिनिधियों का समर्थन |