
पंजाब की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। मंगलवार को राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास और मजीठा में उनके कार्यालय पर विजिलेंस ब्यूरो ने दबिश दी। विजिलेंस की इस कार्रवाई में पंजाब पुलिस की सहायता भी ली गई।
छापेमारी का यह अभियान आय से अधिक संपत्ति के मामले से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जिसकी जांच विजिलेंस ब्यूरो द्वारा पहले से की जा रही थी। मंगलवार को इस मामले में आगे बढ़ते हुए मजीठिया के ग्रीन एवेन्यू स्थित घर और मजीठा कार्यालय में सघन तलाशी ली गई।
घर और कार्यालय पर एक साथ छापेमारी
सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस टीम ने सुबह-सुबह अमृतसर के पॉश इलाके ग्रीन एवेन्यू में स्थित मजीठिया के निजी निवास पर दस्तक दी। साथ ही उनकी टीम ने मजीठा स्थित उनके राजनीतिक और प्रशासनिक कार्यालय में भी एक साथ सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस कार्रवाई के दौरान घर और कार्यालय दोनों स्थानों पर कई घंटे तक छानबीन चली। कार्यालय की पैमाइश की गई और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज विजिलेंस टीम ने अपने कब्जे में लिए। कुछ फाइलों और रिकॉर्ड्स को तुरंत सील कर जांच के लिए साथ ले जाया गया है।
विजिलेंस का दावा: आय से अधिक संपत्ति की जांच के तहत कार्रवाई
विजिलेंस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई बिक्रम मजीठिया के खिलाफ दर्ज “आय से अधिक संपत्ति” के मामले में हो रही जांच का हिस्सा है। विजिलेंस ब्यूरो के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “मजीठिया के पास जो संपत्तियां हैं, उनकी कीमत और उनकी घोषित आय के बीच भारी असंतुलन पाया गया है। इसी संदेह के आधार पर तलाशी अभियान चलाया गया है।” अधिकारी ने बताया कि आय, खर्च और संपत्ति से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है। यह देखा जा रहा है कि इनकी संपत्ति कहां से और कैसे अर्जित की गई।
कई अहम दस्तावेज कब्जे में, डिजिटल रिकॉर्ड भी जब्त
छापेमारी के दौरान टीम ने न केवल कागजी दस्तावेज, बल्कि डिजिटल उपकरण, लैपटॉप, हार्ड ड्राइव और USB डिवाइस जैसी सामग्रियों को भी कब्जे में लिया है। इनमें से कुछ उपकरणों में आर्थिक लेन-देन और संपत्ति की खरीद-फरोख्त से संबंधित डेटा होने की संभावना है। टीम इन्हें फॉरेंसिक विश्लेषण के लिए भेजने की तैयारी कर रही है।