
पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने राज्य को नशा मुक्त बनाने के लिए एक अभूतपूर्व ‘महा जनसंपर्क अभियान’ की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार 31 मई 2025 तक पंजाब को नशे से पूरी तरह मुक्त करने के लक्ष्य पर काम कर रही है। इस दिशा में सरकार के मंत्री, विधायक, और हलका इंचार्ज पूरे राज्य में जनजागरूकता और भागीदारी के माध्यम से नशा मुक्ति अभियान चला रहे हैं।
सरकार का यह प्रयास एक संगठित और सामूहिक जनांदोलन का रूप ले चुका है। ‘महा जनसंपर्क अभियान’ के अंतर्गत प्रत्येक विधानसभा हलके में कम से कम तीन ग्राम पंचायतों या शहरी वार्डों में नशा मुक्ति यात्राएं और कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य केवल नशे की रोकथाम नहीं, बल्कि समाज में नशे के प्रति एक सामूहिक जागरूकता और विरोध की भावना पैदा करना है।
राज्यभर में मंत्री मैदान में
इस अभियान को व्यापक बनाने के लिए राज्य सरकार के तमाम मंत्री और वरिष्ठ पदाधिकारी व्यक्तिगत रूप से अपने-अपने हलकों में उतर रहे हैं। हर इलाके में नशा मुक्ति यात्रा के आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि सरकार पूरी गंभीरता और प्रतिबद्धता से इस सामाजिक बुराई के खिलाफ खड़ी है।
- कुलदीप सिंह धालीवाल, जो पंजाब सरकार में मंत्री हैं, वे अजनाला हलके में नशा मुक्ति कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे हैं।
- हरभजन सिंह ईटीओ जंडियाला में इस मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं, जहां वे जनता से सीधे संवाद कर रहे हैं।
- विधानसभा अध्यक्ष कुल्तार सिंह संधवा ने कोटकपूरा में नशा मुक्ति यात्रा निकाली, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।
- मंत्री मोहिंदर भगत ने जालंधर वेस्ट के अलग-अलग वार्डों में जनसम्पर्क यात्रा के माध्यम से लोगों को नशे के विरुद्ध खड़ा होने का आह्वान किया।
जनभागीदारी से बनेगा आंदोलन
इस अभियान की एक खास बात यह है कि यह केवल सरकारी स्तर पर सीमित नहीं है, बल्कि इसमें आम जनता की भागीदारी को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। पंचायतें, स्कूल, कॉलेज, सामाजिक संगठनों और धार्मिक संस्थानों को इस मिशन में जोड़ा जा रहा है।
- जय कृष्ण सिंह (डिप्टी स्पीकर) ने गढ़शंकर में युवाओं के साथ नशा मुक्ति पर संवाद किया।
- मंत्री रवजोत सिंह ने शाम चौरासी हलके में यात्रा निकाली, जिसमें स्कूली बच्चों ने भी बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
- तरुणप्रीत सिंह सौंद ने खन्ना में अलग-अलग स्थानों पर लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया।
महिलाओं और युवाओं को विशेष तौर पर जोड़ने की कोशिश
राज्य सरकार इस अभियान में महिलाओं और युवाओं की विशेष भूमिका पर भी जोर दे रही है। माना जा रहा है कि यदि युवा और महिलाएं इस आंदोलन में नेतृत्वकारी भूमिका निभाएं, तो नशा विरोधी चेतना समाज के हर स्तर पर गहराई तक पहुंचेगी।
- बलजीत कौर, जो कि सामाजिक सुरक्षा मंत्री भी हैं, ने मलोट में महिलाओं के साथ संवाद कर उन्हें जागरूक किया कि वे अपने घर-परिवार में नशे के खिलाफ कैसे सक्रिय भूमिका निभा सकती हैं।
- मंत्री अमन अरोड़ा ने सुनाम में युवाओं के साथ नशा विरोधी संकल्प लिया।
पूरे राज्य में एक जैसा संदेश
हर मंत्री अपने-अपने हलके में जाकर यही संदेश दे रहे हैं कि अब पंजाब में नशे के लिए कोई जगह नहीं है। हर मोहल्ला, हर गांव, हर गली में सरकार के प्रतिनिधि खुद जाकर लोगों से संवाद कर रहे हैं।
- गुरमीत सिंह खुड़ियां ने लंबी हलके में अलग-अलग स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए।
- लालचंद कटारूचक ने भोआ में लोगों से सीधे मिलकर उन्हें जागरूक किया।
- डॉ. बलबीर सिंह ने पटियाला रूरल में युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
- हरजोत बैंस ने आनंदपुर साहिब में पदयात्रा के दौरान लोगों से अपील की कि वे इस मुहिम में भागीदार बनें।
कानून और स्वास्थ्य दोनों मोर्चों पर काम
पंजाब सरकार इस अभियान के माध्यम से एक दोहरी रणनीति पर काम कर रही है। एक ओर जहां नशा तस्करों और माफियाओं पर सख्त कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पुनर्वास केंद्रों को सशक्त बनाया जा रहा है, ताकि नशे की गिरफ्त में आए लोग एक बार फिर सामान्य जीवन जी सकें।
- मंत्री हरपाल चीमा ने दिड़बा में पुनर्वास केंद्र का दौरा कर वहां की सुविधाओं का जायज़ा लिया।
- मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने लहरा में युवाओं के साथ नशे पर खुली चर्चा की और उनके सवालों के जवाब दिए।