
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई आज एक ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनी, जब ‘World Audio Visual Entertainment Summit’ यानी ‘WAVES Summit 2025’ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस समिट का उद्देश्य भारत की ऑडियो-विजुअल और मनोरंजन इंडस्ट्री की अपार संभावनाओं को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना और देश को क्रिएटिव इकॉनमी का नेतृत्वकर्ता बनाना है।
इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन की शुरुआत मशहूर अभिनेता शाहरुख खान ने की। उन्होंने समिट में उपस्थित सभी गणमान्य अतिथियों — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस — का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा, “यह समिट भारत के मनोरंजन उद्योग की वैश्विक उड़ान की नींव रखेगा।”
प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन भाषण: “भारत कंटेंट से दुनिया को जोड़ रहा है”
उद्घाटन समारोह में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की सिनेमा इंडस्ट्री के विकास और उसकी वैश्विक पहुंच पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कंटेंट, क्रिएटिविटी और कल्चर, इन तीन स्तंभों पर आधारित “ऑरेंज इकोनॉमी” का युग भारत में आरंभ हो चुका है। यह शब्द उन्होंने रचनात्मक और सांस्कृतिक उद्योगों के आर्थिक महत्व को रेखांकित करने के लिए प्रयोग किया।
“आज भारतीय फिल्मों की पहुंच दुनिया के 100 से ज्यादा देशों तक हो गई है। दुनियाभर में सबटाइटल्स के जरिए भारतीय कहानियों को देखा और सराहा जा रहा है,” पीएम मोदी ने कहा।
उन्होंने कहा कि भारतीय सिनेमा सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि वैश्विक संवाद और सांस्कृतिक विनिमय का प्रभावशाली माध्यम बन चुका है।
ए.आर. रहमान और एस.एस. राजमौली को मिला विशेष सम्मान
प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्कर विजेता संगीतकार ए.आर. रहमान और मशहूर फिल्म निर्माता एस.एस. राजमौली की विशेष रूप से सराहना की। उन्होंने बताया कि कैसे इन कलाकारों ने भारतीय कंटेंट को वैश्विक पहचान दिलाई है।
पीएम मोदी ने राज कपूर की भी याद दिलाई, जिनकी लोकप्रियता जापान जैसे देशों में दशकों पहले ही भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय पटल पर स्थापित कर चुकी थी।
“राज कपूर की फिल्मों ने जब जापानी दर्शकों को भावुक किया था, तब से लेकर आज तक भारतीय सिनेमा वैश्विक दिलों तक पहुंच रहा है,” पीएम ने कहा।
भारतीय सिनेमा के पांच दिग्गजों पर डाक टिकट जारी
इस आयोजन के दौरान एक ऐतिहासिक क्षण तब आया जब प्रधानमंत्री मोदी ने गुरु दत्त, पी. भानुमति, राज खोसला, ऋत्विक घटक और सलिल चौधरी जैसे पांच महान फिल्मी हस्तियों पर आधारित स्मारक डाक टिकटों का विमोचन किया।
यह पहल न केवल भारतीय फिल्म इतिहास के योगदान को सम्मानित करती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को इन प्रतिभाओं से प्रेरित करने का माध्यम भी बनेगी।
‘भारत म्यूजिक हब बन रहा है’ – पीएम मोदी
भारतीय संगीत उद्योग की तेजी से बढ़ती लोकप्रियता पर टिप्पणी करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “भारत, संगीत का नया वैश्विक केंद्र बन रहा है।” उन्होंने तुलना करते हुए कहा कि जैसे भारतीय व्यंजन दुनियाभर में लोकप्रिय हो चुके हैं, वैसे ही भारत का संगीत भी अब हर कोने में सुना जा रहा है।
उन्होंने बताया कि OTT प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया के माध्यम से भारतीय संगीत और फिल्मों की पहुंच आज पहले से कहीं अधिक व्यापक हो गई है।
ऑरेंज इकोनॉमी और WAVES Summit का महत्व
‘ऑरेंज इकोनॉमी’ एक वैश्विक अवधारणा है जो रचनात्मक उद्योगों — जैसे फिल्म, संगीत, डिज़ाइन, गेमिंग, डिजिटल कंटेंट और परफॉर्मिंग आर्ट्स — को आर्थिक विकास के साधन के रूप में मान्यता देती है। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत इस क्षेत्र में अगुवाई करने की स्थिति में है।
“WAVES Summit सिर्फ एक इवेंट नहीं, बल्कि भारत की रचनात्मक शक्ति का प्रदर्शन है,” मोदी ने कहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह समिट नई सोच, नए विचार और नई साझेदारियों के लिए एक मंच बनेगा।
शाहरुख खान ने दिया स्वागत भाषण
इस समिट की शुरुआत बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने कहा कि यह आयोजन भारत की रचनात्मक ताकत और वैश्विक दृष्टिकोण को उजागर करने का एक बेहतरीन अवसर है। शाहरुख ने कहा,
“आज भारतीय फिल्म उद्योग केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय विकास, सांस्कृतिक पहचान और अंतरराष्ट्रीय संवाद का माध्यम बन चुका है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री की मौजूदगी को “एक ऐतिहासिक क्षण” बताया और कहा कि इससे स्पष्ट होता है कि सरकार भारत की क्रिएटिव इंडस्ट्री को कितना महत्व देती है।